Sunday, January 30, 2022

लग्नेश

लग्नेश यदि चंद्र होता है तो उसकी असर आकृति पोषण और निभाओ करने में लगती है संसार में ग्रुप प्रेम की प्रकृति मजबूत होती है जातक का चित्र कुटुंब और मां-बाप के प्रति अधिक रहता है कल्पना शक्ति अधिक होने के कारण एवं लावणी सेल होने के कारण और मन निरंतर निर्भर होने के कारण उनका स्वभाव विचारों में स्थिरता नहीं लाता। जातक में शक्ति और खंड की कमी दिखाई देती है वह अनुभव और कार्य करवा करने की बुद्धि वाले संसारी जिंदगी वाली व्यवसाय शास्त्र और हुनर के लायक होते हैं यह सावत समझो और थोड़े से कंजूस होते हैं हर चीज में दिव्य दृष्टि वाले होते होते हैं। जातक अपनी लावणी की भावना को कंट्रोल रखें तो यह अनुभवी और शक्तिशाली होते हैं।

लग्नेश बुध
कन्या और मिथुन राशि का स्वामी बुध होता है। यदि लग्नेश बुध होने पर उसकी असर मगज एवं ज्ञान तंतु पर अधिक दिखाई देती है इंद्रियां से ज्यादा मन का संबंध आगरा शारीरिक मानसिक शक्ति स्मरण शक्ति बुद्धि कंफर्टनेस युक्ति इत्यादि पर ज्यादा दिखाई देती है जातक वक्ता विवादी विचारशील और बातचीत में कुशल होते हैं यह गुप्ता से भरे हुए कार्य करने के लिए होते हैं इनकी समग्र प्रकृति कदाचित ही दुनिया में प्रदर्शित होती है उनका एक प्रकृति का भाग जो उसके खुद के प्रिय मित्र जन भी जान नहीं पाते जातक का मन चालक होने के बावजूद अस्थिर और खंड की खामी वाला होता है यह लोग अनेक विषय को एक साथ सुनने वाले अन्य लोग के विचार और स्वभाव के अनुरूप होने वाले सत्य को शोध ढूंढने वाले वाचन लखन और भाषण के शौकीन होते हैं।

लग्नेश शुक्र
वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र होते हैं। यदि लग्नेश शुक्र है तो जातक प्रेम सौंदर्य के अधिष्ठाता होने के कारण स्मृतियों से मजबूत होकर व्यवहार प्रकृति से चालक और मजबूत बनते हैं। अपने अंदर की लावणी और मित्रता के लायक होते हैं सदा संबंधित और मित्रों से युक्त, शौकीन मायारू और शांत स्वभाव की और अनुकूल होते हैं ।यह मौज मस्ती आनंद वैभव शांति और सुख के बहुत शौकीन होते हैं इनको अपने आप पर सहज प्रतिबंध या अंकुश रखना आवश्यक होता है यह सुंदरता वातावरण वस्त्र घृणा और सुधार के शौकीन होते हैं स्वच्छता और अनुक्रमण की कीमत समझते हैं अगर यह थोड़ा सा ध्यान दें तो अच्छे गायन संगीत हुनर और कविता का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं इनका अच्छा भाग्य और नाना संबंधित ज्ञान होने के कारण यह वही व्यवसाय में अनुकूल होते हैं इनका स्वभाव आनंदी आ सावंत सुशील लोकप्रिय और बहू मित्रता वाला सौंदर्य के चमक प्रेम इत्यादि के चाहक होते हैं।

सी राशि का स्वामी सूर्य है यदि सूर्य लग्नेश हो तो उसकी असर शारीरिक मानसिक प्रकृति से जीवन में बोर और तेज देने वाली होती है यह मानवत, मजबूत मनोबल वाले होते हैं कार्य में अच्छा परिणाम लाने की इच्छा वाले लूबी होते हैं यह सत्ता सत्ता सील एवं दरें कार्य में अग्रसर रहने की इच्छा वाले, कार्य एवं मनुष्य की व्यवस्था से संबंधित योजना करने में शक्तिशाली होते हैं यह दुख में काम करने से पीछे हटते नहीं है यह मायालु उदार अच्छे प्रशंसा सुनने वाले एवं निठारी लोग को दिखाते हैं उनका व्यवहार और प्रमाण स्वभाव होता है उनका स्वभाव मित्रों एवं संबंधियों को आकर्षित करता है जातक सुख संपत्ति और वैभव एवं मौज मजा करने की चाह वाले। उनका ह्रदय एवं तृष्णा की  निर्बलता से अन्य द्वारा प्रेरित होते हैं।

लग्नेश मंगल
मेष एवं वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता है लग्नेश मंगल अग्नि से भरा हुआ गुस्से वाला प्रमाणिक और प्रसारण का ग्रह है जातक जलद चालाक थी लावणी वाला स्वतंत्र और स्वतंत्र रहने की चाह वाला होता है इन्हें प्रतिबंध बंधन बिल्कुल सहन नहीं होती यह उदार सीधे शारीरिक एवं नैतिक खुले पन वाले बहादुर तथा हिम्मत के गुण होते हैं जातक में आत्म बल स्वास्थ्य वाणी और चाल कार्य में चालाकी होती है जातक बहुत साहसिक और चक्की होने के कारण सावत रहना आवश्यक है । क्योंकि कछुआ और प्लेस में पहल करने वाले और मन की धारणा को पूर्ण करने के वलन वाले होते हैं जिसके कारण अनेक उपाधि उनको सहन करनी पड़ती है। जातक चालाकी और दूसरे से अल्प समय में बहुत काम कर जाते हैं यह भी नहीं होते हैं।

लग्नेश गुरु
यह ग्रहो मनुष्य को मानव अंत उदार और आनंदी स्वभाव देता है जिसके कारण लोग चाहना और प्रशंसा इनको मिलती है यह लोकप्रिय और अधिक मित्र वाले होते हैं यह पराग परोपकारी उदार मायारू मदद करना और योग्य कारणों से सहायता करना होते हैं यह कायदा सत्ता हुकम रीत रिवाज जैसे नियमों को मान देते हैं और सभ्यता ऑफिस जारी पढ़ो कुसुम थारी चाल और नखरे विचार वालोनू से धिक्कार करते हैं जातक व्यक्ति में संकल्प में और सौंदर्य में मान देते हैं यह उत्साही जननी और विश्वास पात्र होते हैं यह कायदा और धर्म को मानने वाले धार्मिक गरियाबंद सभ्य और शिष्टाचार से बनाए हुए एवं धर्म और तत्व ज्ञान प्राप्त करते हैं।

लग्नेश शनि मकर और कुंभ राशि का स्वामी शनि होता है यह गंभीर विचार सिलता एवं स्वस्थ स्वभाव देता है यह करो अवस्था में असर करने वाला होता है खुद की जात पर बेकाबू प्रतिबंध वाले कंजूस थोड़ी सावत और समझो होते हैं जातक मजबूत मनोबल वाला धीरज वाला खीरा लोग लालच वाला किंतु शांत निर्मल और मुश्किलों में मार्ग ढूंढने वाला होता है चातक कवर चित उदारता आनंद आनंद की कमी वाला उदासीन होता है जातक का व्यवहार कठिन हास्य विनोद और मस्करी की कीमत जानकर जानने वाला होता है जो प्रसंग पर दिखाई देता है यह अनुभवी होता है चालाक और कंजूस आई से मनुष्य एवं कार्यों की व्यवस्था करने में कुशल होता है दीर्घ दृष्टि युक्ति युक्ति ओ वाला योजना योजना बनाने वाला किंतु अमल में रखने में तीर्थ समय निकालता है यह डा पंचायता जितेंद्र यता कंजूस आई मन की शक्ति सत्ता सत्य असत्य के निर्णय जैसे पाठ सिखाता है दैनिक कार्य में विलंब और प्रतिबंध से कार्य करता है।

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